पल दो पल का शायर

बलिदान दिवस
बलिदान दिवस पर
बलिदान दिवस पर जश्न मन रहा हैं, बिस्मिल देख शोख मनाने वाला हस रहा हैं।
सूर्य सेन और चटगाँव को हर कोई भूल रहा हैं, बिस्मिल देख ज़माना आज फ़िल्में, लफ़्फ़ाज़ी और सेल्फी हो रहा हैं।
पंडित जी की वाणी भाई बम्बोल्ट क्रांति के नाम पर हिंसा कर रहा है, बिस्मिल देख ज़माने का हर युवा तराजू में हिंसा और क्रांति तौल रहा हैं।
बटुकेश्वर दत्त, ठाकुर रोशन सिंह ये कौन है? हर कोई पूछ रहा है, बिस्मिल देख ज़माना आज हाउज़ द जोश हो रहा है।
सचिन्द्र नाथ सान्याल, नरेंद्र मोहन, प्रतुल गांगुली का नाम सिर्फ आईएएस के इम्तिहान में मिल रहा है, बिस्मिल देख आज ज़माना गूगल का ग़ुलाम हो रहा हैं।
लाला हरदयाल, डॉ जादूगोपाल मुख़र्जी पिले पन्ने पर सो रहा हैं, बिस्मिल देख ज़माना आज लाइक्स और फॉलोवर्स का हो रहा हैं।

Tarun Jaiswal
0
Tags :